Welcome Guest Login or Signup

amazingamit
PROFILE   GALLERY   BLOGS   SCRAPBOOK   FRIENDS   FAVORITES   LYRICS   SMS   QUOTES   JOKES   POLLS   VIDEOS  
 


Viewing 1 - 3 out of 3 Blogs.


सुबह की गोरी
Posted On 17/09/2007 13:49:41

Wonderful poetry, author is unknown to me.


रात की काली चादर ओढ़े
मुँह को लपेटे
सोई है कब से
रूठ के सबसे
सुबह की गोरी
आँख न खोले
मुँह से न बोले
जब से किसी ने
कर ली है सूरज की चोरी

आओ
चल के सूरज ढूंढे
और न मिले तो
किरन किरन फ़िर जमा करें हम
और इक सूरज नया बनाएँ
सोई है कब से
रूठ के सबसे
सुबह की गोरी
उसे जगाएँ
उसे मनाएँ


Jhansi Ki Rani (Poetry By Subhadra Kumari Chauhan)
Posted On 13/09/2007 18:07:54


JHANSI KI RANI
(Poetry by Subhadra Kumari Chauhan)

झांसी की रानी
(सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा रचित)




Photo Sharing and Video Hosting at Photobucket
Photo Sharing and Video Hosting at Photobucket
Photo Sharing and Video Hosting at Photobucket



Various Poetries about Positive Thinking (in Hindi)
Posted On 13/09/2007 08:56:01
Geet Nirasha ke mat gaana (about Positive thinking)


रात अन्धेरी पथ कंटकमय गीत निराशा के मत गाना
साहस की धुरी लेकर ध्येय शिखर पर चढ़ते जाना


[आदि शंकराचार्य]


 


Hai Pukarta Swadesh........
 


है पुकारता स्वदेश जाग जाग नौजवान
हो गया प्रभातकाल नींद त्याग नौजवान
बन शिवा,प्रताप,रा� �¤®,भीम,कृष्ण के समान
याद करके पूर्वजों की वीरता व स्वाभीमान

 Hai Mazal Kiski........... (share)


है मज़ाल किसकी कि छेड़ सके दिलेर को
गर्दिश में तो घेर लेते हैं कुत्ते भी शेर को